मुजफ्फरपुर, जुलाई 4 -- मुजफ्फरपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। पहली बार जुलाई माह में आम पर मधुआ कीट का प्रकोप देखा जा रहा है। इससे बागवान अचंभित हैं। मधुआ कीट का प्रकोप मार्च-अप्रैल माह में मंजर-टिकोला लगने के समय होता है। हैरत की बात यह है कि जिस बगान में आम की तुड़ाई हो चुकी है, उस बाग में भी मधुआ का प्रकोप दिख रहा है। कुढ़नी के किसान व व्यापारी मो़ सरफराज ने बताया कि मधुआ कीट मार्च व अप्रैल में अधिक देखा जाता है। हमलोग समय उपचार करते हैं, जिससे वह समाप्त हो जाता है। जुलाई में इस कीट का प्रभाव पहली बार सामने आ रहा है। किसान आम लगे बागों में छिड़काव कर रहे हैं। इधर, कांटी के भोला त्रिपाठी ने बताया कि इधर यह प्रकोप शुकुल आम में देखा जा रहा है। :: कोट:: मार्च-अप्रैल से जून तक औसत से कम बारिश हुई है। इससे कारण आम की धुलाई ठीक से नहीं हो पाई। इस...