नई दिल्ली, अप्रैल 24 -- - जल प्रबंधन से पाकिस्तान पर शिकंजा कसने की रणनीति पहले से तैयार नई दिल्ली़, विशेष संवाददाता। सिंधु जल समझौते के निलंबन के बाद यह सवाल उठ रहा है कि भारत इन नदियों के पानी को पाकिस्तान जाने से कैसे रोकेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत पांच ऐसी परियोजनाओं पर काम कर रहा है जिनमें सिंधु, झेलम व चिनाब नदियों के पानी को काफी हद तक इस्तेमाल किया जा सकेगा। भारत अंतर-बेसिन हस्तांतरण भी कर सकेगा और शाहपुरकांडी और ऊझ बांधों के जरिए पश्चिमी नदियों का पानी पूर्वी नदियों में डायवर्ट किया जा सकता है। जल शक्ति मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि जल प्रबंधन और बुनियादी ढांचे से पाकिस्तान पर शिकंजा कसने की रणनीति पहले ही तैयार है। पांच ऐसी परियोजनाएं हैं, जिनसे इन नदियों के पानी को मोड़ा जा सकता है। इनमें किशनगंगा जलविद्युत परियोजना ...