शांगढ़, अप्रैल 27 -- गर फिरदौस बर रूहे ज़मीं अस्त हमीनस्तो,हमीनस्तो हमीनस्तो,हमीनस्त...कश्मीर की खूबसूरती के लिए अक्सर इस लाइन का जिक्र होता है,जिसका मतलब है अगर धरती पर कहीं स्वर्ग है तो वह यहीं हैं,यहीं हैं,यहीं हैं,यहीं... उसी कश्मीर की वादियों के बीच 22 अप्रैल को जो हुआ,वह कहीं से बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। जन्नत को जहन्नुम बनाने का गंदा खेल पड़ोसी मुल्क से आए आतंकियों ने खेला जिन्हें और उनके आकाओं को पता है कि क्या होगा। अनंतनाग के पहलगाम के बैसरन वैली में हुए इस आतंकी घटना के जख्म हर भारतीय के सीने में हरे हैं। इस बीच एक और घाटी की चर्चा जोर पकड़ रही है। पहलगाम में टूरिस्टों की घटती संख्या और टेंशन के माहौल में हिमाचल प्रदेश के शानगढ़ में स्थित सैंज घाटी का जिक्र खूब हो रहा है। सोशल मीडिया पर इसे पहलगाम सरीखा या उससे ज्यादा खूबसूरत ...
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