हल्द्वानी, नवम्बर 22 -- भले ही दूसरे राज्यों से आने वाला व्यक्ति हल्द्वानी में आसानी से स्थाई निवास प्रमाण पत्र हासिल कर ले, लेकिन उत्तराखंड का एक बुजुर्ग अपनी नागरिक पहचान साबित करने को दफ्तरों की चौखटें घिस रहा है। 66 वर्षीय कन्हैया लाल की यही विडंबना है, उनकी वृद्धावस्था पेंशन का आवेदन जरूरी प्रमाण पत्र नहीं बनने के कारण अटका गया है। वजह भी हैरान करने वाली है, सरकारी उदासीनता के चलते वह इलाका, जहां कन्हैया का परिवार 1955 से बसा है, अब न ग्राम पंचायत में दर्ज है और न नगर निगम की सीमा में। हल्द्वानी नगर निगम परिसर में शुक्रवार सुबह बोर्ड बैठक की हलचल थी। सभागार के बाहर बरामदे में फर्श पर एक दुबले-पतले बुजुर्ग बैठे थे। पूछने पर नाम कन्हैया लाल बताया। कन्हैया के माथे पर चिंता और चेहरे पर उदासी थी। जुबां पर एक ही रटन थी कि कोई उन्हें मेयर स...