प्रयागराज, अक्टूबर 6 -- प्रयागराज, संवाददाता। सड़क हादसे में जान गवांने वाले राजू का शव पांच दिन तक पहचान के इंतजार में पोस्टमार्टम हाउस में पड़ा रहा। ससुर के शिनाख्त करने के बाद सोमवार को शव का पोस्टमार्टम किया गया। सिविल लाइंस पुलिस की संजीदगी से राजू लावारिस होने से बच गया और अपनों के हाथों उसका अंतिम संस्कार हो सका। मूलरूप से गोरखपुर का रहने वाला 38 वर्षीय राजू सिंह पुत्र स्वर्गीय रामनाथ पंद्रह वर्ष पहले प्रयागराज आया था। छोटा-मोटा काम करने वाले राजू की मुलाकात सोरांव के बरईशिव गांव निवासी शंभू सिंह की पुत्री तारा से हुई। दोनों में प्यार हो गया तो शादी कर ली। शादी के बाद राजू ससुराल में ही रहने लगा। यहीं से उसका आधार कार्ड भी बन गया। बाद में वह पत्नी तारा और बच्चों के साथ फाफामऊ में रहकर सब्जी का कारोबार करने लगा। राजू और तारा के एक ब...