गिरडीह, अप्रैल 30 -- भरकट्टा। बिरनी प्रखंड में संचालित सरकारी पशु अस्पताल में पशु चिकित्सक के साथ-साथ संसाधनों की कमी से पशुपालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पशु अस्पताल में सिर्फ एक डॉक्टर हैं, जिनके जिम्मे बिरनी के साथ धनवार व डोरंडा का इलाका भी है। विभागीय कार्य की जवाबदेही भी रहती है कि इस वजह से पशु चिकित्सक पूरा समय प्रखंड के पशु अस्पताल में नहीं दे पाते हैं। जिससे परेशान पशुपालक किसान निजी खर्च कर स्थानीय स्तर या फिर कृत्रिम गर्भाधान करनेवाले से पशु का इलाज कराने को मजबूर हैं। पशुपालक सुरेंद्र सिंह, पंकज यादव, भीम राम, पप्पू मोदी, महेश यादव, गंगो महतो समेत कई लोगों ने बताया कि पशु अस्पताल की स्थिति काफी खराब हो गयी है। अस्पताल में किसी तरह की व्यवस्था नहीं है। पशु के बीमार पड़ने पर स्थानीय स्तर पर निजी प्रैक्टिशनर से...