गाजीपुर, जुलाई 20 -- गाजीपुर, संवाददाता। कृषि विज्ञान केंद्र आंकुशपुर के वरिष्ठ पशुपालन वैज्ञानिक डा. एके सिंह ने रविवार को पशुपालकों को सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि मौसम के उतार-चढ़ाव एवं वातावरण में नमी की वजह से जीवाणुओं एवं विषाणुओं की संख्या में बहुत तेजी से वृद्धि हो रही है। ऐसे में दुधारू पशुओं के साथ भेड़ बकरियों के भी संक्रमित होने का खतरा बहुत बढ़ जाता है। इससे पशुपालकों को सावधान रहना चाहिये। इसके साथ ही पशुओं की नियमित सफाई करना चाहिये। उन्होंने कहा कि पशुपालकों को बताया कि गलाघोंटू की जीवाणुओं और विषाणुओं के कारण होता है। यह बीमारी ज्यादातर भैंसों में हो जाती है। पशुओं के गले में सूजन भी हो जाता है। इस बीमारी की चपेट में आने वाले पशुओं को सांस लेने में परेशानी होती है और उसके गले से घर्र-घर्र की आवाज आती है। यदि पशु को शुरू मे...