सुपौल, सितम्बर 21 -- सुपौल, वरीय संवाददाता पशुपालकों को अब घर बैठे पशुओं की बीमारी से संबंधित डोर स्टेप डिलीवरी (घर बैठे सेवा) सुविधा मिलेगी। इससे एक ओर पशुपालक पशुओं का पालन बेहतर तरीके से कर सकेंगे, साथ-साथ पशुओं में होने वाली बीमारी से बचाव के तरीके तथा बीमार पशुओं की चिकित्सा सुविधा भी आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। यह सबकुछ संभव होगा आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय-2 अंतर्गत मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई (मोबाइल वेटनरी यूनिट) के माध्यम से। इस मोबाइल वेटनरी यूनिट (एमवीयू) के संचालन के लिए 1962 कॉल सेंटर स्थापित किया गया है। अब इसकी सेवाओं में विस्तार के लिए वित्तीय वर्ष 2025-26 से 2027-28 तक की अवधि के लिए दो करोड़ 10 लाख अस्सी हजार एक सौ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। इस बाबत पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की अपर सचिव गीता सिंह ने निर्दश जारी कि...