बगहा, अप्रैल 27 -- हरनाटाड़ । वाल्मीकि टाईगर रिजर्व माइग्रेट कर आने वाले दुर्लभ प्रजाति के जीव-जंतुओं के लिए सुरक्षित आश्रयस्थल बन गया है। चीन, वियतनाम, दक्षिण कोरिया, जापान समेत विभिन्न देशों से प्रजनन के लिए पहुंचने वाले दुर्लभ व विलुप्तप्राय प्रजाति के जीव-जंतु वीटीआर में आते हैं। पक्षी, जानवर व सांप प्रजनन के बाद अनुकूल और बेहतर माहौल, सुरक्षा, संरक्षण मिलने पर यहीं रुक जा रहे हैं। वीटीआर के जंगलों में निगरानी व सर्वे में लगे बॉयोलॉजिस्ट, टूरिज्म गाइड समेत विशेषज्ञों की टीम ने बीते एक वर्ष में आधा दर्जन से अधिक दुर्लभ प्रजाति के पक्षी, सांप व जानवरों को देखा है। उन्होंने इसे कैमरे में कैद भी किया है। इसमें गिद्ध, रेड कोरल कुकरी सांप, वुल्फ स्नेक, वन सुन्दरी सांप, हुडेड पिटा पक्षी, नाइट हेरोन, ब्लैक बाजा, क्रैब इटिंग मंगुस, ब्लैक स्टार्...