वाराणसी, मार्च 19 -- वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। इतिहास के तीनों प्राचीन, मध्य और आधुनिक काल में काशी वैश्विक व्यापार का केंद्र थी। प्रारंभिक काल में काशी से आभूषण, मनके, मिट्टी के बर्तन, रेशम के वस्त्र, हाथी दांत के आभूषण, कीमती पत्थर आदि का व्यापार होता था। बीएचयू में काशीकथा न्यास की तरफ से आयोजित कार्यशाला के नौवें दिन 'काशी के पारंपरिक व्यवसाय विषय पर एकेटीयू के पूर्व कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र ने यह बातें कहीं। प्रो. मिश्र ने बताया कि काशी अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण भी व्यापार का केंद्र बनी। विंध्य और सोन की खनिज सम्पदा और गंगा यमुना के दोआब में होना इसका बड़ा कारण है। महाजनपद काल में काशी सड़क मार्ग और जल मार्ग से विदेशों तक व्यापार में सक्षम थी। प्राचीन काल में पर्शिया, मध्य एशिया तक काशी में व्यापार के प्रमाण हैं। विदेशी यात...