देहरादून, अप्रैल 14 -- देहरादून। रायपुर में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं ने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन से पर्यावरण संरक्षण और आजीविका संर्वधन की अभिवन पहल शुरू की हैं। धनोला, अस्थल, कार्लीगाढ़, बझेत और खैरी में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं घर-घर सूखा कूड़ा-कचरा एकत्र करने के साथ-साथ अपनी आजीविका भी कमा रही है। वेस्ट वॉरियर्स एनजीओ द्वारा उन्हें आर्थिक सहायता एवं प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हर घर से तीस रुपये प्रतिमाह की दर से शुल्क लिया जाने का प्रस्ताव है। मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने बताया कि इस मॉडल को विस्तार दिया जाएगा और अन्य ग्राम पंचायतों में भी ठोस अपशिष्ट प्रबंधन से पर्यावरण संरक्षण और आजीविका संर्वधन की दिशा में कार्य किया जाएगा।

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