बांका, मार्च 18 -- बांका, निज प्रतिनिधि। जिले में अवैध तरीके से चल रहे दर्जनों आरा मिल प्रर्यावरण संरक्षण पर ग्रहण लगा रहे हैं। जहां हरे पेडों की चिराई कर उसे धडल्ले से बेचे जा रहे हैं। जबकि यहां वन विभाग की ओर से 11 आरा मिल ही निबंधित किये गये हैं। लेकिन यहां प्रशासन और वन विभाग के नाक के नीचे कई आरा मिल चलाये जा रहे हैं। जिससे पर्यावरण को नुकसान हो रहा है और वन संपदा का शोषण किया जा रहा है। ये बात नहीं है कि यहां अवैध ढंग से चलाये जा रहे आरा मिलों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई नहीं की जा रही है। यहां तक की कई आरा मिलों को बंद कराते हुए वन विभाग ने उसकी मशीनें भी जब्त की है। लेकिन कुछ दिनों के बाद ही दो बारा आरा मिल को स्थापित कर वहां लकडियों की चिराई कर उसकि बिक्री शुरू कर दी जा रही है। जिससे पर्यावरण को नुकसान होने के साथ ही सरकार को राजस्...