वरिष्ठ संवाददाता, फरवरी 22 -- महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में गंगाजल को लेकर हाल ही में आई केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एक रिपोर्ट को वैज्ञानिकों ने चुनौती दी है। वैज्ञानिकों का दावा है कि यह रिपोर्ट अधूरी है। शुक्रवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के पर्यावरण विज्ञान स्कूल के सहायक प्रोफेसर डॉ. अमित कुमार मिश्र, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पर्यावरण विज्ञान केंद्र के प्रो. उमेश कुमार सिंह तथा दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर आरके रंजन ने दावा किया कि मौजूदा रिपोर्ट के आधार पर भी गंगाजल क्षारीय है, जो कि स्वस्थ जल निकाय का संकेत है। जल में घुलनशील ऑक्सीजन की मात्रा के आधार पर इसे स्नान योग्य ही माना जाएगा। सहायक प्रोफेसर डॉ. अमित कुमार मिश्रा ने कहा कि हमें और अधिक डाटा सेट की आवश्यकता है। महाकुम्भ में बहुत बड़ी...