जमशेदपुर, अगस्त 9 -- कोल्हन विश्वविद्यालय में सीबीसीएस पद्धति लागू होने के पश्चात ली गई सारी परीक्षाएं और उससे संदर्भित दिए गए अंक पत्रों एवं प्रमाण पत्रों में कोई वैधानिक त्रुटि नहीं है। यह सारी परीक्षाएं उस समय लागू रेगुलेशन के हिसाब से ही आयोजित की गई थी और झारखंड के सभी विश्वविद्यालयों प्रायः ने ऐसा ही किया था। चाहे सीबीसी एस लागू होने के समय बनाए गए रेगुलेशन हो यानी 2017 का रेगुलेशन या फिर 20-20 का पुनरीक्षित रेगुलेशन दोनों में जीइ पेपर एक का ही प्रावधान किया गया है। यह भी स्पष्ट करना आवश्यक है कि यूजीसी जब अपना गाइडलाइन जारी करती है तो वह गाइडलाइन शैक्षणिक नियमावलियों के संबंध में प्रायः सलाह के रूप में हुआ करती है। जिसमें आवश्यकता अनुसार 20% तक सामग्री जोड़ने का भी विकल्प रहता है। उसे आधार पर सभी विश्वविद्यालय अपना पाठ्यक्रम अपने ए...