सासाराम, जनवरी 30 -- बिक्रमगंज, निज संवाददाता। जीवन मूल्यों के निर्धारण में परिवार की अहम भूमिका होती है। इसके बाद शैक्षणिक संस्थान व समाज भी मूल्यों के निर्धारण में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मूल्यों के विकास में मां प्रथम गुरु होती हैं। इसलिए कहा गया है कि परिवार समाज का प्रथम पाठशाला है।

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