सहारनपुर, सितम्बर 29 -- शारदीय नवरात्र के सातवें दिन रविवार को श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी देवी मंदिर में श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की उपासना कर परिवार में सुख समृद्धि के लिए कामना की। मंदिर सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित सतेंद्र शर्मा ने बताया कि कालरात्रि अंधकारमय स्थितियों का विनाश करने वाली शक्ति है। बताया कि इस देवी के तीन नेत्र हैं। ये तीनों नेत्र ब्रह्मांड के समान गोल हैं। इनकी सांसों से अग्नि निकलती रहती है। माता कालरात्रि गर्दभ की सवारी करती हंै। इनके दाहिने हाथ की वर मुद्रा भक्तों को वर देती है। बांये हाथ में लोहे का कांटा तथा नीचे वाले हाथ में खडग है। इनका रूप भले ही भयंकर हो लेकिन ये सदैव शुभ फलदायी देने वाली मां है। इसलिए ये शुभकारी कहलाई। कालरात्रि की उपासना करने से ब्रह्मांड की सारी सिद्धियों क...