नई दिल्ली, सितम्बर 3 -- पhhभाद्रपद शुक्ल एकादशी यानी बुधवार को परिवर्तनी एकादशी हैं। इस दिन आयुष्मान, सौभाग्य और रवियोग जैसे योग बन रहे हैं। इस शुभ संयोग में श्रद्धालु एकादशी व्रत करने के बाद अगले दिन पारण करेंगें। मान्यता है कि इस व्रत से नरक यात्रा से मुक्ति मिलती है और बैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है। एकादशी तीन सितंबर बुधवार को भोर में 3:52 से शुरू होगी और पूरे दिन-रात्रि व्याप्त रहने के बाद चार सितंबर गुरुवार को सूर्योदय से पूर्व 4:21 पर समाप्त हो जाएगी। इस साल परिवर्तनी एकादशी 4 सितंबर को सुबह 4:08 बजे तक है, इसके बाद द्वादशी तिथि लग जाएगी। द्वादशी पर इस साल उत्तराषाढा नक्षत्र रहेगा। इसके अलावा सौभाग्य योग भी बन रहा है। इस व्रत का पारण इस शुभ योग में होने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा रहेगी। इस दिन पूजा व दान का शुभ समय सुब...