सीतापुर, मार्च 8 -- - कुंडरीक ऋषि की तपस्थली पर परिक्रमार्थियों ने लोटा और डोरी दान किया - श्रद्धालुओं ने चंदन ताल, परमेश्वर तीर्थ, बाल्मीकि कूप, मार्कण्डेय तीर्थ के किए दर्शन सीतापुर, संवाददाता। नैमिष की 84 कोसी परिक्रमा अपने अनंत प्रवाह से गतिमान है। परिक्रमा में शामिल होने का अपना अलग ही आनंद है। गुरुवार को परिक्रमार्थियों ने छठे पड़ाव देवगवां पर रात्रि विश्राम किया। शुक्रवार को भोर होते ही रामादल ने देवगवां से प्रस्थान कर सातवें पड़ाव मड़रुवा के लिए कूच कर दिया। भजन-कीर्तन और जयकारों के साथ शुक्रवार को दोपहर होते-होते परिक्रमार्थी सातवें पड़ाव मांडव ऋषि के आश्रम मंडरूवा पर पहुंच गए। छठे और सातवें पड़ाव के मध्य रास्ते में जगह-जगह ग्रामीणों ने परिक्रमार्थियों का स्वागत किया। परिक्रमा की अगुवाई साधु-महात्मा व संत कर रहे हैं। हाथी, घोड़ा, पाल...
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