कुशीनगर, अक्टूबर 10 -- कुशीनगर। डीएम महेंद्र सिंह तंवर ने पराली (धान का पुआल/अन्य कृषि अपशिष्टों) के जलाए जाने के कारण होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सचल दस्ता गठित किया है। यह दस्ता जनपद एवं तहसील स्तर पर गठित हुआ है। डीएम ने बताया कि कर्मचारियों की ड्यूटी न्याय पंचायत स्तर पर लगाई गई है। निर्देशित किया गया है कि सम्बंधित कर्मचारी अपने न्याय पंचायत के समस्त राजस्व ग्रामों में पराली/फसल अपशिष्ट जलाने से रोकने में मदद करेंगे। किसानों को फसल अवशेष जलाने से मिट्टी, जलवायु एवं मानव स्वास्थ्य को होने वाली हानि के विषय में जागरुक किया जाएगा। गांव में पराली न जलाए जाएं, इसके लिए समस्त जरुरी कदम उठाए जाएं तथा पराली जलाने पर सम्बन्धित लेखपाल के साथ सम्बन्धित कर्मचारी का पूर्ण रूप से उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएगा। तहसील एवं विकास खण...