नई दिल्ली, अक्टूबर 20 -- दिवाली करीब आते ही दिल्ली की फिर वही कहानी,दमघोंटू हवा, हवा में घुलता जहर और चारों ओर फैली स्मॉग की चादर। दिन बदले,महीने बदले, साल बदले पर पलूशन से दिल्ली का पीछा आज तक नहीं छूटा। इस बार बारिश की मेहरबानी ने पलूशन को काफी हद तक कंट्रोल कर रखा था लेकिन बीते दिनों में इसका फिर वही जहरीला रूप सामने आ गया है। केंद्र सरकार के डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS)कि रिपोर्ट के अनुसार,इस बार दिल्ली को पलूशन से भरने वाले कारक बाहर से ज्यादा आए हैं या कहें कि बाहर की चीजों का योगदान दिल्ली के अंदरूनी स्रोतों की तुलना में ज्यादा था। रविवार के आंकड़ों से पता चला कि दिल्ली में PM2.5 के कुल प्रदूषण में से कम से कम 67.89% हिस्सा बाहरी स्रोतों से आया था। इसके अलावा बाकी 32.11% प्रदूषण दिल्ली के अंदरूनी स्रोतों के कारण था,जिनमें वाहनों से न...