गोरखपुर, अक्टूबर 5 -- गोरखपुर। मुख्य संवाददाता। फसल अवशेष जलाने की वारदातों पर लगाम लगाने के लिए शासन के निर्देश पर जिलाधिकारी दीपक मीणा ने जनपद के सभी तहसीलों और विकास खंडों में उड़न दस्तों का गठन कर दिया है। इन दस्तों को पराली जलाने की शिकायत पर तत्काल मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। पराली/कृषि अपशिष्ट जलाए जाने की वारदात की पुष्टि होने पर सम्बंधित कृषक को दण्डित करते हुए राजस्व अनुभाग क्षतिपूर्ति की वसूली के सम्बंध में कार्यवाही सुनश्चित करेगा। पराली जलाने की घटनाओं की रोकथाम के लिए प्रत्येक विकास खंड और तहसील स्तर पर उड़न दस्ता गठित किया गया है। तहसील स्तर के सचल दस्ते में तहसीलदार, उपसम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी और थाना प्रभारी को सदस्य बनाया गया है, जबकि पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी उप जिलाधिकारी को दी गई है। इसी तरह ...