रामपुर, अक्टूबर 27 -- पराली न जलाएं, पराली जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है, इससे भूमि की उर्वरा शक्ति क्षीण होती है। ऐसे तमाम स्लोगन के माध्यम से प्रचार-प्रसार करते हुए जागरुक किया जा रहा है। लेकिन इसके बावजूद भी इस पर अंकुश लगता नहीं दिख रहा है। धान की कटाई अब धीरे-धीरे तेज हो रही है और इसी बीच जनपद में पराली जलने की 15 घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिसमें 80 हजार का जुर्माना वसूल किया जा चुका है। कृषि विभाग की ओर से किसानों से पराली न जलाने की अपील की जा रही है। इसके बाद भी किसान पराली जला रहे हैं। ऐसे किसानों से अब तक 80 हजार रुपये का जुर्माना वसूला जा चुका है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पराली जलाने पर किसानों को सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा। इसीलिए किसान पराली को न जलाएं और हमारे सहयोग से इसके प्रबंधन का उपाय कर सकते हैं। ...