बेगुसराय, जून 11 -- तेघड़ा, निज प्रतिनिधि। गंगा नदी के किनारे बसे दियारा के लोगों द्वारा परवल की खेती व्यापक स्तर पर की जाती है। गंगा नदी के दोनों भागों में सैकड़ों एकड़ भूभाग में परवल की खेती की जाती है। परवल उत्पादक किसानों का कहना है कि उन्हें मंडी में 3 रुपए प्रति किलो के हिसाब से परवल बेचना पड़ता है। इससे किसानों को आर्थिक क्षति हो रही है। किसानों ने बताया कि परवल की खेती करना पहले आसान था। लेकिन अब परवल की बुवाई और देखभाल में किसानों को अत्यधिक लागत लग रही है। लेकिन उसके अनुपात में उन्हें मुनाफा नहीं हो रहा है। किसानों ने बताया कि मंडी में बिचौलिए और व्यापारी द्वारा मनमानी रवैया अपनाए जाने के कारण किसानों को उचित दाम नहीं मिल रहे हैं। गौरतलब है कि खेत से लेकर सब्जी मंडी तक बिचौलिए हावी रहने के कारण किसानों की कमाई उन्हें ही मिल जाती...