आगरा, मई 8 -- जैन शासन दिवस पर जैन दादाबाड़ी में आचार्य हंसरत्न सुरीश्वर महाराज और आचार्य तत्व सुंदर महाराज सहित ठाणा 15 का आगमन हुआ। गुरुवार को श्रावक-श्राविकाओं ने गुरु वंदन के साथ आगवानी की। जैन ध्वज लहराते हुए भक्तों ने जिन शासन को समर्पित भजन गाए और भव्य फेरी निकाली, जिसने समूचे वातावरण को आध्यात्मिक रंग में रंग दिया। आचार्य हंसरत्न सुरीश्वर महाराज ने जीवन के गहन सत्य उजागर किए। उन्होंने कहा, मित्र की सच्चाई तब प्रकट होती है, जब आवश्यकता हो। पुत्र का मूल्य तब समझ आता है, जब माता-पिता वृद्ध हो जाएं। पति का प्रेम पत्नी की बीमारी में और पत्नी का प्रेम गरीबी के समय परखा जाता है। आचार्य ने परमार्थ और मोक्ष के सूत्र को स्पष्ट करते हुए कहा, परमार्थ परमात्मा के निकट ले जाता है। मोक्ष तब प्राप्त होता है, जब स्वयं का पेट काटकर परमार्थ किया जाए...
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