कन्नौज, मई 4 -- छिबरामऊ, संवाददाता। नगर के पूर्वी बाईपास स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन में चल रहे सत्संग में प्रवचन करते हुए पूज्य महात्मा हरिश्चंद्र जी ने कहा कि अगर हम पूर्ण सदगुरु की शरण में आकर इस पारब्रह्म परमात्मा की पहचान कर लेते हैं, तो फिर सहज अवस्था, सरलता, विशालता, विनम्रता, सहनशीलता व स्थिरता आदि गुण जीवन में स्वयं आते चले जाते हैं। उन्होंने कहा कि अगर हम सदगुरु के वचन मानकर उन्हें अपने जीवन में उतारते है तो सहजता हमारे जीवन का अंग बन जाती है। उन्होंने कहा कि संसार में प्रत्येक वस्तु व प्राणी नाशवान है। जिसका विनाश संभव है, संसार में प्रत्येक वस्तु इसी की रजा से उत्पन्न होती हैं और उसका विनाश होता हैं। यदि हम यह समझ पाए की ईश्वर की इच्छा से ही सारे कार्य संपन्न होते है, तो हम सही भक्ति के मार्ग पर चल रहे हैं। संसार में उन्नति,...