मुजफ्फर नगर, अप्रैल 9 -- पार्श्वनाथ जैन मंदिर जैन मंडी के तत्वावधान में पंच दिवसीय भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव के चौथे दिन शांतिनाथ पूजन, जलाभिषेक किया गया। विधान समस्त जगत में शांति करने वाला हैं और जीवन की समस्त समस्याओं का समाधान होता है, विधान के मुख्य पुण्यार्जक अरुण कुमार जैन रहे। विधान के मध्य में परम् पूजनीय आचार्य भारत भूषण महाराज ने प्रवचन में बताया कि भगवान शांतिनाथ के बाद धर्म की अविरल धारा चली। कभी धर्म का अभाव नहीं हुआ उसी कारण हम शांतिधारा करते हैं। जीव को अपने जीवन पाप हिंसा चोरी ,कुशील ,झूठ और परिग्रह का त्याग करना चाहिए तभी उसके जीवन में शांति आ सकती हैं। उत्सव के पंडाल में जैन पहेलियों पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम श्री दिगम्बर जैन महासमिति महिला इकाई द्वारा किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में जैन धर्मावलंबियों ने प्...