पटना, मई 20 -- केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने देश के प्रसिद्ध परमाणु वैज्ञानिक डॉ. एमआर श्रीनिवासन के निधन पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि डॉ. श्रीनिवासन का भारत को परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अभूतपूर्व योगदान रहा है। राष्ट्र के लिए उनके योगदान को देशवासी कभी नहीं भूलेंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 1955 में जब डॉ. एमआर श्रीनिवासन मुंबई स्थित भारतीय परमाणु प्रतिष्ठान में शामिल हुए, तब उनकी उम्र केवल 25 वर्ष थी। इस कम उम्र में उन्हें भारत के परमाणु कार्यक्रम के जनक महान होमी जहांगीर भाभा के साथ काम करने का मौका मिला और वह भाभा जी की टीम का हिस्सा बने।

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