नई दिल्ली, दिसम्बर 21 -- पुष्परंजन, वरिष्ठ पत्रकार नाम लंबा है- 'सस्टेनेबल हार्नेसिंग ऐंड एडवांसमेंट ऑफ न्यूक्लियर एनर्जी फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया।' संक्षेप में- शांति। गुरुवार को संसद में जो सांसद इसका विरोध कर रहे थे, उन्हें 'शांत' रहने को कहा गया। सत्ता पक्ष के कुछ सांसदों ने शांति मंत्र के साथ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय पोखरण परमाणु परीक्षण को याद किया, तो कुछ ने 18 जुलाई, 2005 को अमेरिका से परमाणु समझौते को रेखांकित किया, जिसकी वजह से परमाणु व्यापार पर तीन दशक से चली आ रही अमेरिकी रोक हटी। फिर भी, जॉर्ज डब्ल्यू बुश और मनमोहन सिंह के दौर में हुआ 123 करार पूर्णतः लागू नहीं हुआ, तो उसकी वजह क्षतिपूर्ति के ढीले-ढाले प्रावधान थे। परमाणु दायित्व कानूनों में बंधना भारत को मंजूर नहीं था। भारत परमाणु संयत्रों में इस्तेमाल ई...