गिरडीह, सितम्बर 29 -- परदेशी बाबुओं के आगमन से दुर्गा पूजा की धमक ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ने लगी है। परदेसी बाबुओं के आगमन के पश्चात ही ग्रामीण क्षेत्रों में तेरे को,मेरे को, साइकिल चलाते समय सी सी जैसी आवाज सुनाई देने लगती है। गिरिडीह जिला के विभिन्न प्रखंडों में दुर्गा पूजा बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है लिहाजा महानगरों में रहकर रोजी रोजगार करने वाले भी अपना घर आ जाते हैं। यहां यह बता दें कि औद्योगीकरण के अभाव में ग्रामीण क्षेत्र के जीविकोपार्जन का मुख्य साधन मात्र खेती ही है लिहाजा आर्थिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रत्येक परिवार की किसी न किसी सदस्य को महानगरों में जाकर रोजगार करना ही पड़ता है। दुर्गा पूजा तथा होली में लोग घर आते हैं ताकि परिजनों के साथ मिलकर त्यौहार का आनंद उठाया जा सके। सामाजिक विश्लेषकों की माने तो गांव घर म...