बलिया, अगस्त 9 -- रामगढ़। महर्षि भृगु वैदिक गुरुकुलम के बटुक सहित सभी आचार्यों ने प्रायश्चित कर दश विधि स्नान के साथ ऋषि पूजन और वेद पाठ कर किया। इस दौरान आचार्य शौनक द्विवेदी ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन कराया बटुकों ने चारों वेदों का पाठ किया। श्रावणी उपाकर्म गुरुकुलम के आचार्य मोहित पाठक ने बताया कि गुरुकुलम के बटुक शनिवार को गंगा घाट पर एकत्रित होकर श्रावणी पर्व धूमधाम से विधि सम्मत मनाए। बताया कि यह पर्व द्विजत्व की साधना को जीवन्त, प्रखर बनाने का पर्व है। इस पर्व के प्राण-प्रवाह के साथ जुड़ने से द्विजत्व-ब्राह्मणत्व जाग्रत होता है तथा वह आदिशक्ति, गुरुसत्ता के विशिष्ठ अनुदानों के प्रामाणिक पात्र बन जाते हैं । द्विजत्व की साधना को इस पर्व के साथ विशेष कारण से जोड़ा गया है। इस मौके पर आचार्य अमन पांडेय, प्रबोध पांडेय, राजकुमार उपाध...