नई दिल्ली, नवम्बर 19 -- आध्यात्मिक गुरु सुधांशु जी महाराज ने अपने लेखन और प्रवचनों के माध्यम से भारतीय अध्यात्म की परंपरागत ज्ञानधारा को आधुनिक जीवन की आवश्यकताओं से जोड़ा है। उनके कार्यों में पुस्तकों, गीता पर टीकाओं, रिकॉर्डेड प्रवचनों, 8000 से ज्यादा सत्संगों और धार्मिक पत्रिकाओं का समृद्ध संग्रह शामिल है, जो जीवन के मूल्यों, ध्यान और मानसिक संतुलन पर केंद्रित हैं। सुधांशु जी महाराज ने हिंदी और अंग्रेज़ी में अनेक पुस्तकें लिखी हैं, जिनमें ध्यान, नैतिक मूल्यों, जीवन जीने की कला और तनाव प्रबंधन जैसे विषयों पर गहन विचार प्रस्तुत किए गए हैं। इन ग्रंथों में प्राचीन ग्रंथों की शिक्षाओं को इस प्रकार व्याख्यायित किया गया है कि वे आज के व्यस्त और जटिल जीवन में भी प्रासंगिक बनी रहें। उनकी भगवद् गीता पर व्याख्याएँ विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं। इन प...