मेरठ, अप्रैल 21 -- आर्य समाज शास्त्रीनगर में मनाए जा रहे वार्षिकोत्सव में रविवार को वक्ताओं ने परम्पराओं के बारे में बताया। भजन गायक नरेश दत्त ने कहा कि ईश्वरीय ज्ञान सभी सत्य विद्याओं की पुस्तक है। श्रीराम जानते थे कि जो मनुष्य गुणों से विभूषित नहीं होता, वह इस पृथ्वी पर पशु के ही सामान है। योगेश भारद्वाज ने कहा कि संसार परम्पराओं से चलता है। सृष्टि को 1 अरब, 96 करोड़, 8 लाख 125 वर्ष हो गए। परम्पराओं को जानने के लिए स्वाध्याय अवश्य करना चाहिए और सत्यार्थप्रकाश का अध्ययन सभी को करना चाहिए। बच्चों को भी अपनी जीभ और वाणी पर संयम का पाठ सिखाना चाहिए। वर्तमान शिक्षा प्रणाली पूरी नहीं है, इसको बदलना चाहिए।

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