गोरखपुर, दिसम्बर 12 -- गोरखपुर। निजीकरण की प्रक्रिया को लेकर बिजली कर्मियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। वहीं बिजली निगम में पदों के समाप्त करने और संविदा कर्मियों की छंटनी ने कर्मियों के आक्रोश में घी डालने का काम किया है। गुरुवार को बिजली कर्मियों ने मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर आक्रोश व्यक्त किया। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि राजधानी लखनऊ के बाद अब पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के अंतर्गत आने वाले शहरों और कस्बों में वर्टिकल रिस्ट्रक्चरिंग कर सैकड़ों की संख्या में बिजली कर्मियों के पदों को समाप्त करने का प्लान है। इसके साथ ही मनमाने ढंग से सभी मापदंडों को ताक पर रखकर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में हजारों की संख्या में संविदा कर्मचारियों की छटनी की जा रही है जिससे बिजली कर...