कुशीनगर, मई 28 -- कुशीनगर, वरिष्ठ संवाददाता। मरणोपरांत मंगलवार को पद्मश्री से सम्मानित किए गए कुशीनगर जिले के श्रीनारायण उर्फ भुलई भाई ने जीवनपर्यंत मूल्यों से समझौता नहीं किया। जनसंघ से दो बार विधायक रहे भुलई भाई ने अपने बच्चों को भी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा ही सिखाई। क्रॉस वोटिंग के लिए भेजे गए रुपयों से भरे बैग को उन्होंने सदन में फेंक दिया था। कुशीनगर जिले की कप्तानगंज तहसील के पगार छपरा गांव के रहने वाले श्री नारायण उर्फ भुलई भाई का जन्म 1 नवंबर 1914 को हुआ था। पैतृक गांव में प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करने के बाद गोरखपुर स्थित सेंट एंड्रयूज कॉलेज से हाई स्कूल, इंटर और गोरखपुर विश्वविद्यालय से बीएड और एमएड की डिग्री हासिल की। इसके बाद भुलई भाई बेसिक शिक्षा अधिकारी बन गए। बचपन से ही भुलई भाई जनसंघ से प्रभावित थे। सरकारी नौकरी छोड़कर वह रा...