देहरादून, मार्च 30 -- देहरादून। आयुर्वेद विभाग के निदेशालय और अधीनस्थ कार्यालयों के लिपिकीय संवर्ग कर्मचारियों की एकीकृत नियमावली में दून और नैनीताल से मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के पद समाप्त किए जाने पर कर्मचारियों ने नाराजगी जताई है।आयुर्वेद मिनिस्टीरियल संघ के प्रांतीय महामंत्री रमेश चंद्र जोशी ने कहा कि कर्मचारियों की एकीकृत नियमावली का प्रस्ताव पिछले एक साल से शासन में लंबित था। लेकिन इसे लोकसभा चुनावों की आचार संहिता के दौरान जारी किया गया। उन्होंने कहा कि आचार संहिता के बीच हुए इस आदेश में कई खामियां हैं और इससे कर्मचारियों का अहित हो रहा है। उन्होंने कहा कि देहरादून और नैनीताल में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के पद समाप्त किया जाना किसी साजिश का हिस्सा है और इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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