गोड्डा, फरवरी 25 -- पथरगामा एक संवाददाता : मंगलवार को पथरगामा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग के तहत विगत तीन वर्षों से प्रभावित क्षेत्र के सभी एएनएम को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण शिविर की अध्यक्षता प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मोहन पासवान ने की। डॉ. मोहन पासवान ने मलेरिया से संबंधित विषयों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि मलेरिया एक वेक्टर जनित रोग है, जो प्लास्मोडियम परजीवी के कारण होता है। झारखंड के संथाल परगना प्रमंडल में मलेरिया के मुख्यत: दो प्रकार पाए जाते हैं- पीवी और पीएफ, जिनमें से पीएफ सबसे अधिक खतरनाक है। उन्होंने यह भी बताया कि केवल मादा एनोफिलिस मच्छर शाम से सुबह तक व्यक्तियों और पशुओं से रक्त प्राप्त करते हैं, जिससे उनका प्रजनन होता है। डॉ. पासवान ने मलेरिया से बचाव के ...