मुजफ्फरपुर, अप्रैल 27 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। पत्नी-बेटी का आना मुश्किल है मगर देश की चिंता पहले है। हम सभी यहीं चाहते हैं कि इस आतंकवाद का सरकार करारा जवाब दें। मेरी पत्नी का मायका पाकिस्तान में है मगर वह भारत की बहू है। मेरे लिए मेरा वतन पहले हैं। यह कहना है औराई निवासी आफताब का, जिनकी पत्नी-बेटी अभी कराची में हैं। शहर में मालीघाट में रह रहे आफताब कहते हैं कि पत्नी को भारत में रहना पसंद है मगर लॉन्ग टर्म वीजा नहीं मिलने से वह लगातार नहीं रह पाती है। अभी के हालात में वह भारत नहीं आ सकती है, मगर इस बात का गम नहीं है। आंतकियों से सरकार निबटे। देश रहेगा, तभी हमारा परिवार भी रहेगा। आफताब कहते हैं कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी। इस घटना से देश में उबाल है। पाकिस्तान के कॉलेज में पढ़ाती है पत्नी आफताब आ...