एटा, मार्च 3 -- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ अब पति या पत्नी में से किसी एक को ही मिलेगा। इसके सत्यापन की जिम्मेदारी कृषि विभाग को दी गई है। सत्यापन कार्य के बाद जो डाटा निकलकर आएगा, उसे भारत सरकार को भेज दिया जाएगा। इसके बाद दोनों में किसी एक के खाते में ही योजना की किस्त भेजी जाएगी। सोमवार को उप कृषि निदेशक डॉ. मनवीर सिंह ने बताया कि भारत सरकार के आंकड़ों के अनुसार जिले में 5196 ऐसे किसान हैं। इनमें पति और पत्नी दोनों ही पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे हैं। इसके सत्यापन के लिए कृषि विभाग के कर्मचारियों को लगाया गया है। सत्यापन कार्य करने के लिए कृषि कर्मी किसानों के घर पहुंच रहे हैं और पति-पत्नी दोनों के आधार कार्ड और भू अभिलेखों की जांच कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 875 किसानों का सत्यापन कार्य हो चुका ह...