हाजीपुर, मई 26 -- गोरौल, संवाद सूत्र पति के दिर्घायु के लिए महिलाओं ने सोमवार को वट सावित्री का व्रत श्रद्धा के साथ किया। क्षेत्र की महिलाओं ने दिनभर उपवास रखकर वट वृक्ष के अलावा विभिन्न देवी देवताओं की भी पूजा अर्चना की। व्रत में महिलाएं 108 बार वरगद वृक्ष की परिक्रमा कर पूजा अर्चना करती हैं। इस वर्ष यह बेहद फलदायी माना जा रहा है। देवी सती सावित्री ने वट वृक्ष के नीचे ही पूजा कर अपने पति सत्यवान के प्राण को यमराज से वापस ले आयी थी। इस दिन महिलाएं सुबह में ही स्नान कर लेती हैं और सुहाग से जुड़ा हर प्रकार के सोलह शृंगार भी करती हैं और वट वृक्ष की पूजा करने के बाद ही सुहागन महिलाएं जल ग्रहण करती हैं। इस व्रत के पीछे मान्यता है कि वट का मतलव होता है बरगद का पेड़। इस विशाल बरगद के पेड़ में कई जटाएं निकली होती हैं। इसी के फेरे कर वट सावित्री व्रत...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.