मुंगेर, मई 19 -- बरियारपुर, निज संवाददाता। बरियारपुर बस्ती में चल रहे श्रीराम महायज्ञ में मानस मोहिनी संध्या देवी ने नारी शक्ति की महिमा को रेखांकित करते हुए कहा कि पतिव्रता नारी की शक्ति की तुलना नहीं है। पतिव्रता नारी पति की रक्षा के लिए यमराज से भी लड़ सकती है। उन्होंने कहा कि हर युग में नारी का पूजा होती आई है। सती सावित्री ने पति के लिए यमराज से लड़ गई थी। उन्होंने कहा पति एवं पत्नी रिश्ता विश्वास पर टीका रहता है। सुख और दुख जीवन का पहलू है। सुख हो या दुख हमेशा पति का विश्वास पात्र पत्नी को होना चाहिए। पति और पत्नी के बीच आपसी विश्वास जरूरी है। मानस मोहिनी ने कहा कि भाग्य में जो लिखा रहता है, वही होता है। मनुष्य तो सिर्फ कर्म करता है। प्रवचन में नारी शक्ति के रूप में माता सीता और सती अन्नसुईयां के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि इन...