हरिद्वार, मई 6 -- हरिद्वार, संवाददाता। बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पेलियो साइंस, पतंजलि रिसर्च फाउण्डेशन एवं पतंजलि विश्वविद्यालय के सहयोग से म्यूजियम ऑफ ऑरिजिन एवं कॉन्टिनम विषय पर इतिहास के एकदिवसीय सम्मेलन हो गया। समापन अवसर पर योगगुरु स्वामी रामदेव एवं आचार्य बाकृष्ण के साथ देश के प्रबुद्ध इतिहासविद, भू-वैज्ञानिक एवं भारतीय ज्ञान प्रणाली के विद्वानों ने विचार मंथन किया। सम्मेलन में एनएएसी कार्यकारी समिति के अध्यक्ष प्रो. अनिल सहस्त्रबुद्धि ने कहा कि पतंजलि के द्वारा इतिहास लेखन व प्रामाणिकरण के लिए जो कार्य किया जा रहा है। वह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देगा व लोगों को अपने मूल के साथ जोड़ेगा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के महानिदेशक डॉ. वाई.एस. रावत ने कहा कि पतंजलि के द्वारा इतिहास के संरक्षण का अद्वितीय कार्य किया जा रहा है। उन्होंने प...