बागपत, दिसम्बर 28 -- जिले में निजी अस्पतालों और कई आशाओं का गठजोड़ चल रहा है। आरोप है कि मोटे कमीशन के चक्कर में गर्भवती महिलाओं को गुमराह कर निजी अस्पताल ले जाया जा रहा है। प्रसव को पहुंचने वाली हर गर्भवती को लापरवाही और केस बिगड़ने का डर दिखाकर निजी अस्पताल ले जाने की सलाह देती हैं। आरोप है कि यह पूरा खेल कमीशन के चलते सुरक्षित प्रसव कराने की सलाह देकर किया जा रहा है। सरकारी स्वास्थ्य सेवा की जानकारी देना, प्राथमिक सेवा उपलब्ध करवाना, जटिल केस को स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचने में मदद करना, स्वास्थ्य योजना के प्रति जागरूक करना, ग्रामीण जनता को स्वच्छ पेयजल और शौचालय उपयोग की जानकारी देने के लिए आशा संगिनी व आशा कार्यकर्ता को तैनात किया गया है। इसके बावजूद लोगों का कहना है कि आशाएं अपने कार्यों को छोड़कर निजी अस्पतालों का गुणगान करतीं हैं। ...
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