मेरठ, अक्टूबर 21 -- दिवाली की रात शहर जश्न और आतिशबाजी से मेरठ जगमगा उठा, लेकिन उत्सव की रौनक ने प्रदूषण की चिंता भी बढ़ा दी। प्रतिबंधित पटाखों के खुला इस्तेमाल होने से वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के पार पहुंच गया, जिसे 'गंभीर' श्रेणी में रखा गया है। मंगलवार सुबह घनी धुंध ने लोगों को साँस लेने में मुश्किल में डाल दिया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, गंभीर AQI स्तर स्वस्थ लोगों पर भी श्वसन संबंधी प्रभाव डाल सकता है और फेफड़े या हृदय रोग से पीड़ित लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल सकता है। हल्की शारीरिक गतिविधि के दौरान भी स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है। अधिकारियों के अनुसार, केवल हरे पटाखों की अनुमति थी, लेकिन बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित पटाखे फोड़े गए। दिवाली से पहले ही प्रदूषण का स्तर बढ़ना शुरू हो गया था और रविवार शाम त...