पटना, सितम्बर 22 -- जिले में खाद के लिए मारामारी की स्थिति नहीं है। कुछ जगहों पर खाद की किल्लत है तो कहीं इसके खरीदार नहीं। जिले के अलग-अलग प्रखंडों में हिन्दुस्तान ने खाद की उपलब्धता और कालाबाजारी को लेकर पड़ताल की तो यह बात सामने आई। हालांकि अलग-अलग प्रखंड में इसकी कीमत में थोड़ा- बहुत अंतर दिख रहा है। दो प्रखंडों में खाद की किल्लत की आड़ में कालाबाजारी के मामले सामने आए तो बाढ़ प्रभावित फतुहा और मनेर प्रखंड में यूरिया और डीएपी के खरीदार ही दुकानों पर कम पहुंच रहे। बिक्रम और मसौढ़ी में खाद की किल्लत बिक्रम प्रखंड में यूरिया खाद की भारी किल्लत है। इसके कारण किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कालाबाजारी में यूरिया चार सौ रुपए प्रति बोरा बिक रहा है। बताया गया है कि पिछले एक सप्ताह से बिक्रम में खाद नहीं मिल रही है। कि...