कानपुर, जून 26 -- कानपुर। मोहर्रम का चांद निकलते ही पटकापुर नवाब साहब का हाता छोटा फाटक से अंजुमन रजा ए इस्लाम का ताजिया इमामबारगाह आले फातिमा में लाया गया जिसमें अंजुमन के नौहाख्वां मौलाना सलमी ने नोहा पढ़ा-गर्दू पे चांद निकला, लो आ गया मोहर्रम, अब तुम अलम उठाओ, लो आ गया मोहर्रम। मौलाना आसिम हुसैन ने जब कर्बला में शहादत का ज़िक्र किया तो सबकी आंखें नम हो गईं। मजलिस में मुख्य रूप से मजहर अब्बास नक़वी, हाशिम रिजवी, सफद, शरद, मर्फी, हैरिस आदि मौजूद थे।

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