कटिहार, अप्रैल 3 -- कटिहार, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि अप्रैल की शुरुआत में ही कटिहार में मौसम का मिजाज तल्ख हो गया है। पछुआ हवा की लगातार मार से खेतों की नमी खत्म होती जा रही है, जिससे जिले के किसानों की चिंता बढ़ गई है। मक्का और गेहूं की फसलें इस समय नमी पर निर्भर हैं, लेकिन तेज गर्मी और सूखी हवाओं ने खेती पर संकट खड़ा कर दिया है। जिले में इस साल किसानों ने 88,000 हेक्टेयर में मक्का और 19,000 हेक्टेयर में गेहूं की खेती की है। यह इलाका मक्का उत्पादन के लिए खासा मशहूर है, लेकिन इस बार मौसम ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। खेतों में नमी कम होने के कारण फसलें कमजोर पड़ने लगी हैं। खासतौर पर मक्का की फसल को अधिक पानी की जरूरत होती है, लेकिन खेत सूखने से उत्पादन प्रभावित होने की आशंका है। नहरें सूखी, पंपसेट ही आखिरी सहारा क्षेत्र की नहरों में पानी ...