पक्षियों का आखेट करने से बिगड़ सकता है पर्यावरण का संतुलन: डा. सिद्धार्थ
अंबेडकर नगर, फरवरी 2 -- अम्बेडकरनगर, संवाददाता। विश्व वेटलैंड दिवस के मौके शुक्रवार को वन विभाग की ओर से भदौना तालाब पर नेचर एवं वर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया। कार्यक्रम में डा. राम मनोहर लोहिया अवध विश्व विद्यालय के वेटलैंड विशेषज्ञ एवं प्रोफेसर प्रर्यावरण विज्ञान डा. सिद्धार्थ शुक्ला मौजूद रहे। वेटलैंड विशेषज्ञ डा. सिद्धार्थ शुक्ला ने कहा कि पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए पेड़, पौधों के साथ पक्षियों का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने कहा कि पक्षियों का आखेट करने से कई पक्षियों की प्रजातियां विलुप्त होती जा रही है जिनके संरक्षण की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि गांवों में पाए जाने वाली पक्षी गौरेया का संरक्षण करना बहुत ही आवश्यक है जिसके संरक्षण करने से कई प्रकार की बीमारियां से मुक्ति मिल जाती है। प्रभागीय वनाधिकारी प्रणव जैन ने ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.