नवादा, सितम्बर 16 -- कौआकोल, शिवशंकर सिंह। आजादी के वर्षों बाद भी कौआकोल प्रखंड के सुंदरी गांव के लोग बुनियादी सुविधा से वंचित हैं। नवादा जिले में नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कौआकोल प्रखंड का भी नाम आता है। केवाली पंचायत की सुंदरी गांव प्रखंड मुख्यालय कौआकोल से करीब 10 किलोमीटर दूर है। इस गांव में लगभग 12 सौ की आबादी निवास करती है। इनके लिए पक्की सड़क आज भी एक सपना है। लोग कच्चे रास्ते एवं पगडंडी पर चलकर आवागमन करते हैं। सूखे मौसम में तो किसी प्रकार काम चल जाता है। मगर बारिश के दिनों में कच्चे रास्ते और पगडंडी पर चलना दुष्कर होता है। सबसे बड़ी समस्या तो उस वक्त उत्पन्न होती है जब किसी बीमार व्यक्ति अथवा गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाने की बारी आती है। पक्की सड़क के अभाव में उन्हें खाट पर लादकर डॉक्टर के पास पहुंचाना पड़ता है। कल्पना कीजिए...