पीलीभीत, फरवरी 23 -- जिले में संचालित लैब और अल्ट्रासाउंड सेंटरों की लगातार हो रही शिकायतों के बाद भी कोई प्रभाव सामने नहीं दिखाई पड़ रहा है। हालत यह है कि पंजीकरण के दौरान कागजों में रेडियोलॉजिस्ट का नाम दर्ज होकर रह गया है। अधिकांश सेंटर टेक्नीशियन के सहारे संचालित हो रहे हैं, जहां चिकित्सक नहीं आते हैं। यही नहीं एक चिकित्सक के नाम पर दो से तीन केंद्र संचालित हो रहे हैं। जिले में इस समय पैथोलॉजी लैब व अल्ट्रासाउंड सेंटर की बाढ़ आ गई है। शहर से लेकर ब्लॉक स्तर पर रोज अल्ट्रासाउंड सेंटर खोले जा रहे है। केंद्र खोलने के लिए दस्तावेजों में चिकित्सक का नाम दर्ज किया जाता है। जो कि जांच पड़ताल में हकीकत को मौके पर जाकर नहीं देखा जाता है कि चिकित्सक कहां के रहने वाले हैं। इसका परिणाम सेंटर संचालन होने के बाद सामने आता है। जिले में संचालित 38 पं...