नई दिल्ली, फरवरी 22 -- दिल्ली में आम आदमी पार्टी की करारी हार के बाद पंजाब में भी पावर ट्रांसफर की अटकलें चल रही हैं। इसी बीच पंजाब की सरकार ने सरकारी अधिकारियों पर एक्शन लेना शुरू किया है। कई अधिकारियों को बर्खास्त किया गया। अब कम से कम 21 अफसरों के तबादले कर दिए गए हैं। इसी बीच पंजाब सरकार को 20 महीने बाद यह अहसास हुआ कि एक बड़े नेता को जो मंत्रालय दिया गया है उसका कोई काम ही नहीं है। सरकारी आदेश जारी करते हुए मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल से प्रशासनिक सुधार विभाग छीन लिया गया। अब उनके पास केवल एनआरआई मामलों का विभाग है। पंजाब सरकार के नोटिफिकेशन में कहा गया कि धालीवाल को दिया गया मंत्रालय वास्तव में है ही नहीं। धालीवाल के पास एनआरआई और प्रशासनिक सुधार विभाग दोनों थे। एक विभाग छीने जाने का अब उनके पास एक ही जिम्मेदारी रह गई है। धालीवाल को ...